मोहन यादव ने लगातार तीसरी बार उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। उनकी उम्र 58 वर्ष है। उन्होंने 2 जुलाई, 2020 को शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्हें उच्च शिक्षा विभाग सौंपा गया था। मीडिया ने नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल जैसे बड़े नेताओं के नाम पर विचार किया था, लेकिन भाजपा ने मोहन यादव को चुन कर सबको चौंका दिया।
छत्तीसगढ़ की तरह, मध्य प्रदेश में भाजपा द्वारा 2 उप-मुख्यमंत्री का प्रस्ताव लागू होगा। यहां राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को उप मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है। 59 वर्षीय राजेंद्र शुक्ला रीवा से विधायक हैं और उन्हें लगातार पाँचवीं बार इस पद पर चुना गया है। वहीं जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ से विधायक हैं और उन्हें 8 बार विधानसभा के लिए चुना गया है। वे शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में कमर्शियल टैक्सेशन, प्लानिंग, इकोनॉमिक्स और स्टेटिस्टिक्स मंत्री रहे थे।
भारत के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। भाजपा विधायक दल की बैठक में मोहन यादव पीछे बैठे रहे, उसके बाद उन्होंने अब तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान से आशीर्वाद लिया। जहाँ मुख्यमंत्री OBC समाज से हैं, वहीं उनके उप मुख्यमंत्री के मामले में दलित और ब्राह्मण का संतुलन बनाया गया है। मोहन यादव ने 1984 में ABVP से छात्र राजनीति में कदम रखा था और 1986 में उन्हें विभाग प्रमुख का दायित्व सौंपा गया था।
एक रोचक बात यह भी है कि मध्य प्रदेश में जिस साल सिंहस्थ कुंभ आयोजित होता है, उसी साल भाजपा का मुख्यमंत्री चुना जाता है। 1992 में सुंदरलाल पटवा, 2004 में उमा भारती और 2016 में शिवराज सिंह चौहान इसके उदाहरण हैं। अगला सिंहस्थ कुंभ 2028 में होने वाला है। मोहन यादव ABVP के प्रदेश सह-मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री भी रहे हैं, साथ ही वे RSS के सह-खंड कार्यवाह और नगर कार्यवाह भी थे। 1997 में वे BJYM में भी शामिल हुए थे।