अहमदाबाद के नरोडा बस स्टॉप पर कूड़ेदान में एक दिन कि बच्ची के छोड़े जाने की जानकारी स्थानीय लोगों को मिली। उन्होंने पुलिस को सूचना दी,जो तुरंत मौके पर पहुंची और बच्चे को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया
ये घटना घटना शनिवार शाम के समय की है, अहमदाबाद के नरोडा विस्तार मे किसी अज्ञात व्यक्ति ध्वारा बस स्टॉप पर कूड़ेदान में अज्ञात अवस्था मे बच्ची को छोड़े जाने की जानकारी स्थानीय व्यक्ति को लगते ही उन्होंने पुलिस को ऐव स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने तुरंत बच्ची को अहमदाबाद के सिवल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटेर लेजाया गया ओर इलाज शुरू किया गया।
सिविल हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट राकेश जोशी ने फोन पर इस घटना की जानकारी पूछे जाने पर बताया के नवजात शिशु को गहरी चोट के बाद भर्ती किया गया है | नवजात बच्ची कचरे के कूड़े में फेंक जाने से शरीर और मुंह पर घाव के निशान पाए गए हैं ,बच्ची का जन्म होस्पिटल में नही हुआ लगता बच्ची की नाल और मां की नाल योग्य तरह से नहीं काटी गई है | घर पर आया द्वारा डिलवरी का मामला ध्यान पर आय़ा है |, हॉस्पिटल बच्ची के नाक में टोटी के द्वारा दूध पिलाया जा रहा है बच्ची का वजन 1.4 किलोग्राम है चार बार मिलने पर बच्ची की तबियत स्थिर है | सुपरिटेंडेंट जानकारी देते हुए बताया देश का भविष्य को सुरक्षित रखने झूला व्यवस्था उपलब्ध है | गुजरात अहमदाबाद सिविल अस्पताल द्वारा देश में सबसे पहले झूला सिस्टम शुरू की गई है | जो लोग नवजात शिशु सामाजिक डर के कारण पास नहीं रखना चाहते बच्चों को बेटियों को रोड रास्ते पर फेंकने के बजाय हॉस्पिटल को सुपरूत कर दे या किसी सामाजिक संगठन को दे दे वहां कोई भी सामाजिक बदनामी का डर नहीं पहचान उजागर नहीं हो सकती |
अहमदाबाद में सामाजिक बदनामी के डर या अन्य कारणों से नवजात बेटी को जन्म के बाद जिस तरह नवजात बेटी को कूड़ेदान में फेंके जाने की घटना से ममता शर्मा शर्मसार नजर आ रही है